इमरान खान शोभासर के बारे में ...
राजस्थान में सालासर बालाजी धाम से 5 किमी. दूरी पर रतनगढ़ रोड़ पर बसे हुए शोभासर गांव में मुस्लिम समुदाय के श्री सुल्लेमान खान व श्रीमती भंवरी बानों के घर 28 अप्रैल, 1985 को जन्म हुआ। प्राथमिक शिक्षा ग्राम शोभासर में संचालित निजी शिक्षण संस्थान ‘‘जयदीप विद्या पीठ’’ से प्राप्त की। कक्षा 6 से 12वीं तक की शिक्षा ग्राम शोभासर के ‘‘तुलछीराम रामनारायण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय’’ से प्राप्त की। 12वीं कक्षा की पढ़ाई सन् 2004 में पूर्ण की। सन् 2007 में राजनीति विज्ञान, हिन्दी साहित्य व संस्कृत्त साहित्य विषय से स्नातक (बी.ए.) की डिग्री राजकीय सुजला काॅलेज, सुजानगढ़ (चूरू) से पूर्ण की। सन् 2009 में संत नेकीराम शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय, सीतसर (चूरू) से संस्कृत्त साहित्य व हिन्दी साहित्य से बी.एड. की डिग्री पूर्ण की। इसी दौरान बी.ए. की डिग्री के अन्तिम वर्ष में ही 23 फरवरी, 2007 को मंगलुणा निवासी श्री इशब खाँ व श्रीमती आची बानो की पुत्री बशीरा बानो के साथ विवाह के बन्धन में बंधे। इनके एक पुत्र व एक पुत्री है। पुत्री रिया खान का जन्म 19 अगस्त, 2009 व पुत्र अयान खान का जन्म 2 अगस्त, 2011 को हुआ। इनकी पत्नि बशीरा बानों 17 जनवरी, 2020 को ग्राम पंचायत शोभासर में सरपंच पद के लिए त्रिकोणिय संघर्ष में 1578 वोटों से जीतकर सरपंच बनी।
व्यवसाय -
सन् 2007 में बी.ए. की पढ़ाई पूर्ण होते ही मुम्बई में ‘‘राजस्थान ट्रैवल्स’’ के नाम से मैन पावर (विदेश भेजने का काम) शुरू किया। इसी काम से सन् 2009 में डीडवाना में भी एक आॅफिस का संचालन शुरू किया। दो वर्ष यह कार्य करने के बाद सन् 2009 में बी.एड. की पढ़ाई की। बी.एड. की पढ़ाई के साथ - साथ सन् 2009 के अन्त में बाॅरिंग मशीन खरीदी और बाॅरिंग का काम शुरू किया। सन् 2010 में पीएचडी विभाग में सरकारी टेन्डर लेकर कार्य किया। सन् 2010 से सालासर में ‘‘किसान बाॅरवेल कम्पनी’’ नाम से फर्म बनाकर कार्य शुरू किया। जो आज भी संचालित है। वर्तमान में राजस्थान से बाहर भी सरकारी व प्राइवेट टेन्डर लेकर बाॅरिंग का काम किया जा रहा है।
राजनैतिक क्षैत्र -
सन् 2012 में भारतीय जनता पार्टी में एक कार्यकत्र्ता के रूप में जुड़कर राजनैतिक कैरियर की शुरूवात की। सन् 2013 में सुजानगढ़ अल्पसंख्य मोर्चा के देहात अध्यक्ष पद पर 1 वर्ष तक कार्य किया। सन् 2014 से भारतीय जनता पार्टी के सुजानगढ़ देहात कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष के पद पर सन् 2016 तक कार्य किया। सन् 2016 में सुजानगढ़ भाजपा देहात कार्यकारिणी में महामंत्री का पद मिला। इसी दौरान सन् 2016 से 2020 तक जिला कार्यकारिणी में ‘‘हज कमेटी’’ सदस्य के पद पर कार्य किया। जनवरी 2015 में ग्राम पंचायत चुनावों में शोभासर ग्राम पंचायत में पुरूष की सीट होने पर स्वयं ने सरपंच का चुनाव लड़ा जिसमें 185 वाटों से चुनाव हार गये। अगली ही पंचवर्षीय योजना में 17 जनवरी, 2020 को सरपंच के चुनाव फिर से हुए। इस समय महिला सीट होने के कारण इनकी पत्नि बशीरा बानों ने सरपंच पद के लिए त्रिकोणिय संघर्ष में 1578 वाॅटो से चुनाव जीतकर सरपंच बनी। यह जीत चूरू जिले के सभी ग्राम पंचायतों की सबसे बड़ी जीत थी। तथा प्रथम चरण के चुनावों में बीकानेर संभाग की सबसे बड़ी जीत थी।
जनवरी 2015 में सरपंच का चुनाव हारने के बाद करवाये विकास कार्य -
इमरान खान जनवरी 2015 में सरपंच का पहला चुनाव हारने के बाद बैठे नही। खान भारतीय जनता पार्टी से जुड़े होने के कारण केन्द्र व राज्य में भाजपा की सरकार होने के कारण अपनी ग्राम शोभासर में सड़क, चिकित्सा, बिजली व पानी आदि विकास कार्य करवाये। इनके अलावा ग्राम पंचायत व आसपास के ग्रामीणों का राज्य सरकार से जुड़े अन्य निजी कार्य भी मंत्रियों से मिलकर करवाये। इस दौरान भाजपा सरकार में केबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के चिकित्सा पद पर थे तभी इन्होने उनको अपने गांव की स्थिति अवगत करवाकर प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र व क्वाटर के लिए 3.5 करोड़ की स्वीकृत्ति करवाई। जिसके बनने से गांव शोभासर निवासियों को बहुत ही राहत मिली। इसी समय केबिनेट मंत्री युनुष खान पीडब्लूडी मंत्री पद पर थे जिनसे गांव शोभासर में 1.5 करोड़ की सीसी सड़के स्वीकृत्त कर बनवाई। इनके अलावा भाजपा सरकार की दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत्त गांव की ढ़ाणी - ढ़ाणी तक पेयजल व विद्युत कनेक्शन करवायें।
सामाजिक क्षैत्र -
इमरान खान सामाजिक क्षैत्र में गौ-सेवा में लिए जाने जाते है। शोभासर गांव में गौशाला के संचालन में इनकी एक सदस्य के रूप में अहम भूमिका मानी जाती है। ग्रामीणों के सहयोग से सदस्य के रूप में कार्य करते हुए सन् 2016 में गांव में श्री गौपाल कृष्ण गौशाला समिति का रजिस्ट्रेशन करवाकर उसको शुरू करवाया। सन् 2018 में गौशाला को वृहत्त रूप दिया। गौशाला को वृहत्त रूप देने के लिए भामाशाहों को प्रेरित करके भव्य टिन शेड, चाराघर व चारदीवारी सहित अन्य सुविधाऐं करवाकर रतनगढ़ रोड़, पानी की टंकी के पास सिफ्ट करवाई। तब से लेकर अब तक गौशाला के लिए समय समय पर भामाशाहों को प्रेरित करके गौ-सेवा के क्षैत्र में सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रहे है।
कोराना काल विशेष:-
कोरोना काल में इमरान खान ने हर तरह से ग्रामीणों की मदद व प्रशासन का सहयोग किया। पुलिस थाना सालासर में दो महीने तक गांवों में व्यवस्था बनाने के लिए घुमने के लिए अपनी बाॅलेरो कैम्पर गाड़ी उपलब्ध करवाई। शोभासर सहित सालासर उप तहसील के आसपास के गांवों निःशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवाई। जिस समय लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी उस समय शोभासर, सालासर के आस पास के 50 गांवों के ग्रामीणों को सीकर, जयपुर व बीकानेर से उनको दवाईयाँ लाकर (इसके लिए पहले से बीमार चल रहे व्यक्तियों की दवाईयों की पर्ची के अनुसार दवाईयाँ) उपलब्ध करवाने का काम किया। मुलतः शोभासर व प्रवासी सिलीकुड़ी भामाशाह नारायण अग्रवाल को प्रेरित करके 5 लाख रूपये की लागत से प्रशासन को पी.पी.कीट, बाॅडी ट्रैम्प्रेचर नापने की मशीन, मास्क, सेनेटाइजर व राशन सामग्री कीट उपलब्ध करवाये। इनके अलावा अन्य भामाशाहों व विदेश में रहने वाले साथियों को प्रेरित करके 3 लाख 50 हजार रूपये की लागत से राशन सामग्री उपलब्ध करवाई।
युवाओं के लिए लाइब्रेरी का निर्माण -
शिक्षा से जुड़े इमरान स्वयं ने बीए, बीएड की पढ़ाई कर रखी है। शिक्षा के महत्त्व को समझते हुए ग्रामीण युवाओं के लिए ग्राम शोभासर में भामाशाहों को प्रेरित करके व स्वयं के निजी खर्च से 30 विद्यार्थियों के एक साथ बैठक प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने के लए फुल फर्नीचर लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है। आवश्यकतानुसार विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था बढ़ाई जायेगी। इस लाइब्रेरी में शहर में जाकर लाइब्रेरी में पढ़ने जैसा माहौल ग्रामीण युवाओं को मिलेगा।