1937 से आज तक |
सदस्य, नगर परिषद्, बीकानेर |
22 जुलाई, 1952-09 फरवरी, 1954 |
अध्यक्ष, नगर पालिका, बीकानेर |
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अन्य जानकारी |
सन् 1933 के प्रसिद्ध षड़यन्त केस के समय से ही राजनीति में रुचि पैदा हुई । सन् 1936 से 1946 तक पत्र संवाददाता का कार्य किया । |
अभिरुचि |
कसरत, कुश्ती तथा पौष्टिक भोजन (चाय, पान, बीड़ी सिगरेट आदि से नफरत) |
जेल यात्रा |
9 अगस्त, 1945 को प्रजा परिषद्, बीकानेर का मंत्री होने के कारण गिरफ्तार किया गया और इसी सिलसिले में रू.500/ का जुर्माना हुआ । अस्थायी तौर पर बीकानेर राज्य में अर्जीनिवीसी सन् 1930-1931 से की मगर सन् 1942 के आन्दोलन के कारण मेरा अर्जीनिवीसी का लाइसेन्स तात्कालिक बीकानेर सरकार ने जब्त कर लिया । |
विशेष अभिरुचि |
बाग लगाना, गोपालन (अच्छी सिन्धी नस्ल की गाय व सॉड रखना तथा अपने हाथ से उनकी सेवा करना) |
सामाजिक कार्यकलाप |
हरिजनों तथा मजदूरों व महिलाओं की उन्नति में योग देता रहा हूॅ । बच्चों के लिए बीकानेर में एक बाल उद्धान बनवाया है । |
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