भंवरलाल प्रजापत के बारे में ...
सालासर कस्बे के कुम्हार समाज के श्री केशरराम व श्रीमती रामेश्वरी देवी के घर 1 अगस्त, 1968 को जन्म हुआ। प्राथमिक शिक्षा सालासर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से ग्रहण की। 19 वर्ष की उम्र में ही 13 मई, 1987 को सुजानगढ़ निवासी श्री जनकराज सरस्वा व श्रीमती जीवणी देवी की पूत्री मुन्नी देवी के साथ विवाह के बन्धन में बंधे।
व्यवसाय -
सन् 1987 में मेशन (बिल्डींग लाइन) का काम सिखा तथा 4 वर्ष तक काम करने के बाद सन् 1991 से बिल्डींग बनाने की ठेकेदारी का काम शुरू किया, जो सन् 2008 तक किया। इसके बाद सामाजिक कार्यों में जुट गये।
राजनैतिक क्षैत्र -
सन् 1993 में बहुजन समाज पार्टी में सुजानगढ़ तहसील अध्यक्ष पद से राजनैतिक कैरियर की शुरूवात की। इसके अलावा सचिव, जिला सचिव सहित पार्टी पर विभिन्न पदों पर रहते हुए कार्य किया। सन् 2008 में बहुजन समाज पार्टी को त्याग पत्र दिया।
सामाजिक व धार्मिक क्षैत्र -
10 दिसम्बर, 1999 को जय गुरूदेव मथुरा आश्रम में जाकर नाम दान लिया। सन् 2008 से चूरू जिले के जय गुरूदेव संगत्त की सदस्य के रूप में जिम्मेदारी लेकर गुरूदेव संगत्त के अनुसार समय समय पर भण्डारों का आयोजन, सर्दियों के मौसम में जरूरतमंदों को कम्बल वितरण आदि माध्यम से जन सेवा के कार्य कर रहे है। गुरूदेव के नियमों के अनुसार शाहकारी का प्रचार व नाम ध्वनि सहित जगह - जगह सत्तसंग करवाना। इनके अलावा 2 दिसम्बर, 2020 से कुम्हार महासभा में कोषाध्यक्ष के पद पर कार्य करते हुए कुम्हार (प्रजापत) समाज को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किये जा रहे है। इससे पहले दो वर्ष तक राष्ट्रीय कुम्हार महासभा में चूरू जिलाध्यक्ष के पद पर कार्य किया।