सालासर धाम विकास समिति (रजि.)
सालासर क्षेत्र की पवित्र-पावन गरिमा बनाये रखने के उद्देशय से, भक्तगणो की सेवा सुविधा, शुद्ध पर्यावरण, जनकल्याण एवं सालासर के चहुंमुखी विकास हेतु, श्री बालाजी की अनुकम्पा और श्रद्धालू-दान-दाताओं के सौजन्य से ‘‘सालासर धाम विकास समिति (रजि.)’’ की स्थापना की गई हैं। ‘सालासर धाम विकास समिति’ सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट के अन्र्तगत पंजीकृत एक गैर सरकारी, सामाजिक, स्वयंसेवी संस्था हैं। इसकी पंजीकरण संख्या 62/चूरू/97-98 दिनांक 27 नवम्बर 1997 ई. है।
समिति का लक्ष्य, मरूस्थल मे प्रकट इस परम पावन क्षेत्र मे निम्नलिखित मुख्य कार्य निष्पादित करना हैं -
समिति के मुख्य उद्देश्य:
1. सालासर आने वाले चार मुख्य मार्गो पर सुन्दर स्वागत द्वार एवं फव्वारो का निर्माण।
2. सालासर के परिसर की तथा यहाँ आने वाली सभी सड़को का निर्माण, मजबूत करना।
3. पीने के मीठे पानी की समुचित व्यवस्था करना।
4. गन्दे पानी की निकासी के लिए नालियो की व्यवस्था एवं सीवरेज का निर्माण।
5. अंजनी माता मंदिर एवं मैन बस स्टैण्ड के पास यात्री विश्रामगृह (जिसमे क्लाकरूम, शौचालय, कैन्टीन व आराम करने की व्यवस्था हो ) का निर्माण।
6. धर्मार्थ औषधालयो का निर्माण।
7. सड़को पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करवाना।
8. सालासर को सुन्दर एवं हरा-भरा बनाने हेतु बागीचो का निर्माण करना एवं सालासर को जोड़ने वाले चारो मुख्य मार्गो पर 10 किमी. तक छायादार वृक्ष लगाना।
9. सफाई की समुचित व्यवस्था करना।
10. बच्चो की शिक्षा की समुचित व्यवस्था करना।
11. सालासर को जोड़ने वाले सभी मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पैदल यात्रियो हेतु विश्राम स्थलो की व्यवस्था करना।
विकास कार्यो का शुभारम्भ:-
समिति द्वारा 26 सितम्बर 1998 को प्रातः सालासर धाम मे सीकर-सुजानगढ़ मार्ग चैक पर वैदिक मंत्रोचारण एवं पूजा से विकास कार्यो का विधिवत शुभारम्भ स्व. श्री अशोक जी सिंघल, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद द्वारा हुआ। इस मांगलिक अवसर पर राजस्थान सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक, विशिष्ट जन एवं नागरिक उपस्थित थे। सभी ने प्रस्तावित कार्य की सराहना की व पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
समिति के सभी विकास कार्यो मे चूरू एवं सीकर जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। ‘‘अपना गाँव अपना काम’’ एवं ‘अकाल राहत योजना’ के अन्तर्गत भी कई विकास कार्य कराये गये हैं। इन विकास कार्यो मे स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं पंचायत का पूर्ण सहयोग समिति को प्राप्त हैं।
समिति द्वारा किए गये विकास कार्यो का संक्षिप्त ब्यौरा:-
1.सीमेंट कंक्रीट की सड़को का निर्माण: समिति द्वारा सालासर परिसर तथा यहाँ आने वाली सभी सड़को का निर्माण, चौड़ा व मजबूत किया गया हैं।
2.गन्दे पानी की निकासी एवं कृषि योग्य बनाने की व्यवस्था: समिति द्वारा उपरोक्त सभी सड़को के किनारे दोनो ओर सीमेंट के ढक्कन वाले नालों एवं फुटपाथ का निर्माण (अजंनी माता मंदिर के पास दो एकड़ भूमि पर ) भी किया गया हैं, जिनके द्वारा गंदे पानी को साफ करके पाईप लाईन के माध्यम से बड़ी तिड़ोकी मार्ग पर 32 बीघा जमीन मे पहुंचाया गया हैं। साफ किया गया यह पानी नर्सरी एवं कृषि प्रयोग मे लाया जा रहा हैं।
3.सीवरेज कार्य: लीलाधर पुजारी के निवास से बंग सेवा सदन, मालू सेवा सदन, मुम्बई धर्मशाला, गंगा नगर धर्मशाला से सारड़ा सेवा सदन, आदमपुर सेवा सदन से हिसार सेवा सदन होते हुए अंजनी माता चैक तक सम्पूर्ण सीवरेज का निर्माण समिति द्वारा किया गया हैं व इससे आगे का कार्य सरकार के सहयोग से करवाने का प्रयास निरन्तर जारी हैं।
4.पीने के मीठे पानी की व्यवस्था: समिति द्वारा तीर्थ क्षेत्र सालासर मे विभिन्न स्थानो पर पीने के मीठे, ठण्डे पानी कर प्याऊ (वाटर कूलर सहित) का निर्माण करवाया गया हैं। जिनमे प्रमुख हैं -
श्री बालाजी सेवा सदन, औषधालय ब्लाॅक के बाहर।
चमेली देवी अग्रवाल सभागार के पीछे बाई पास पर।
अंजनी माता मंदिर के बाहर मैन रोड़ पर।
श्री बालाजी मंदिर से अंजनी माता मंदिर मार्ग पर आदमपुर धर्मशाला एवं सिरसा भण्डारा के साथ।
संकट मोचन हनुमान मंदिर के पास, खारिया में।
ग्राम गुडावड़ी में।
जुलियासर गाँव के बस स्टाॅप ‘सैनिक विश्राम स्थल’ पर।
लक्ष्मगढ़ रोड़ पर भूमा गाँव के समीप द्वारा संचालित पैदल यात्री विश्राम स्थल पर।
(अ) समिति के दस मोबाईल टैकरों द्वारा प्रतिदिन निःशुल्क मीठे पानी की व्यवस्था उपरोक्त हर प्याऊ पर की जाती हैं।
(ब) अकाल के समय व गर्मियो मे चूरू एवं सीकर जिलो के दूर-दूर के गांवो मे टैकरो द्वारा पानी वितरित किया जाता हैं।
5.जन सुविधाओ का निर्माण: सालासर मे शिव मंदिर (सीकर चैक) मे यात्रियो की सुविधा हेतु, पुरूष एवं महिलाओ के लिए अलग अलग शौचालय एवं स्नान गृह का निर्माण समिति द्धारा कराया गया हैं।
बस स्टैण्ड पर भी शौचालय एवं स्नान गृह का निर्माण समिति द्वारा किया गया हैं।
6.जुलियासर ग्राम मे:
सीमेंट कक्रीट की सड़को का निर्माण करवाया गया हैं।
प्राचीन तालाब का जीर्णोद्वार करवाया गया हैं जिसमे चारदिवारी, सुन्दर बगीचा, विश्राम करने की लिए बैंच, वृक्ष व लाईट आदि लगाना मुख्य कार्य हैं।
स्कूल की चारदिवारी का निर्माण करवाया गया हैं।
रामदेव मंदिर मे चार दिवारी एवं एक भव्य हाल का भी निर्माण करवाया गया हैं।
बस स्टाॅप का निर्माण एवं पीने के मीठे पानी को प्याऊ (वाटर कूलर सहित) का निर्माण।
7.वृक्षारोपण एवं बाग बगीचो का रख रखाव:- वृक्षारोपण: सालासर धाम वातावरण शुद्व करने व सुन्दरता बढ़ाने हेतु सालासर मे प्रवेश के चारो मुख्य मार्गो के किनारे छायादार वृक्ष लगाये जा रहे है। अभी तक समिति ने लगभग 5500 वृक्ष लगाए हैं।
बाग बगीचों का रख रखाव:-
समिति ने सालासर धाम मे ‘श्री बालाजी अतिथि विश्राम गृह’ के सामने श्री बालाजी उद्यान का निर्माण करवाया गया हैं।
सुजानगढ़ रोड़ पर पुलिस स्टेशन के नजदीक सुन्दर बगीचे का निर्माण करवाया गया हैं।
अंजनी माता मंदिर के पास एवं सीकर चैक मे गोलाम्बर के नजदीक डिवाईडरो मे बगीचों का निर्माण करवाया हैं।
8.अंजनी माता मंदिर प्रांगण मे सीमेंट कंक्रीट के फर्श का निर्माण किया गया हैं।
9.लक्ष्मणगढ़ से सालासर मे प्रवेश द्वार पर अंजनी माता मंदिर के पास एक भव्य गोलम्बर-फव्वारे एवं सीकर-सुजानगढ़ चैक पर भी एक सुन्दर फव्वारे का निर्माण किया गया हैं।
10.सालासर मे अन्दर सभी मुख्य प्रवेश मार्गों पर, यात्रियों की सुविधा हेतु, स्वागत द्वार (चार स्टील के गेट) एवं दिशा सूचक लगाये गये हैं।
11.यात्री विश्राम गृह: सालासर बस स्टैण्ड के समीप 500 यात्रियो की लिए ‘‘श्री बालाजी अतिथि विश्राम गृह’’ का निर्माण किया गया हैं। इसमे पुरूष एवं महिलाओं की व्यवस्था, सामान रखने के लिए क्लाॅक रूम, कैन्टीन आदि की समुचित व्यवस्था हैं।
12.श्री बालाजी सेवा सदन एवं धर्मार्थ औषधालय का निर्माण ( सालासर धाम मे ठहरने का एक उतम स्थान )
(क) अंजनी माता मंदिर चैक पर श्रीराम जानकी मंदिर के साथ लगभग 6000 वर्गगज भूमि पर सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित ‘श्री बालाजी सेवा सदन एवम् धर्मार्थ औषधालय’ का भव्य निर्माण करवाया गया है। जिसमे प्रमुखतः वातानुकूलित कमरे, डोरमेटोरी, हाॅल, रसोई घर व औषधालय ब्लाॅक हैं। सेवा सदन को दिनांक 25 मार्च 2007 को एक भव्य कार्यक्रम मे जनमानस को समर्पित किया गया हैं।
सेवा सदन मे निम्नलिखित आधुनिक सुविधायें उपलब्ध हैं:
वातानुकूलित कमरे (टाॅयलेट के साथ), डीलक्स रूम (3 व 4 बैड वाले), सूट रूम (2 कमरे वाले), डोरमेटोरी।
शुद्ध शाकाहारी व देसी घी से निर्मित नाशता व भोजन की उचित व्यवस्था (बिना लाभ-हानि)।
पीने के मीठे पानी की सुविधा ( आर. ओ. सिस्टम )
बिजली बन्द होने पर आॅटोमेटिक जनरेटर की सुविधा।
भवन के अन्दर भव्य श्री राम मंदिर व शिवालय।
ड्राईवरो के लिए ठहरने की अलग से सुविधा।
कैंटीन व पार्किंग की सुविधा।
(ख) इसी प्रांगण के ‘ए’ ब्लाॅक के एक औषधालय खण्ड बनाया गया है जिसमे अनुभवी एवं वरिष्ठ
डाॅक्टर की देख रेख मे निःशुल्क हौम्योपैथिक औषधालय चलाया जा रहा हैं।
13.स्वागत द्वारो का निर्माण:- सालासर को जोड़ने वाले चारो मुख्य मार्गो लक्ष्मणगढ़ (श्री लक्ष्मण द्वार) सुजानगढ़ (श्री राम द्वार) सीकर (श्री सीता द्वार) रतनगढ़ (श्री हनुमान द्वार) पर सीमेंट कंक्रीट के चार सिंह द्वारों गेटो (प्रवेश द्वारों) का निर्माण किया हैं। इन सभी गेटों पर पत्थर व नक्काशी का कार्य किया गया हैं व सभी पर सुन्दर मूर्तियाँ भी लगाई गई हैं।
14.मेलो पर व्यवस्था:- समिति द्वारा अद्र्ववार्षिक मेलो के पावन अवसर पर यात्रियो की सुख सुविधा का विशेष ध्यान रखा जााता है व निम्नलिखित व्यवस्थाऐं विशेष रूप से की जाती हैं:-
निःशुल्क चिकित्सा सुविधा।
सम्पूर्ण सालासर क्षेत्र मे सफाई की समुचित व्यवस्था।
पीने के मीठे पानी की व्यवस्था व अस्थाई प्याऊ का संचालन।
जिला प्रशासन से तालमेल कर बिजली, पानी इत्यादि की निरन्तर सप्लाई की व्यवस्था करना।
अंजनी माता चैक पर श्री बालाजी सेवा सदन के सामने व मेन बस स्टैण्ड के पास टैण्टो मे आम यात्रियो हेतु सम्पूर्ण सुविधायुक्त अस्थाई आवास व्यवस्था व शौचालयो का निर्माण व निशुल्क भण्डारे व नाशते की व्यवस्था।
सूचना केन्द्रो के माध्यम से यात्रियो को दर्शनों हेतु आने वाली कठिनाईयो का दूर करना व मेले सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध करवाना।
15.पैदल यात्रियो के लिए विश्रामालय एवं श्री बालाजी विद्या मंदिर का निर्माण।
(अ) लक्ष्मण: सालासर मार्ग पर जाजोद गाँव से ठीक पहले भूमा गाँव के समीप ढाई बीघा जमीन पर पैदल यात्रियो हेतु विश्राम स्थल, जिसमे उद्यान, हाॅल, पीने के मीठे पानी की व्यवस्था व स्वच्छ शौचालयों का निर्माण किया गया हैं।
(ब) श्री बालाजी विद्या मंदिर: इसी स्थान पर छोटे बच्चो के लिए एक उच्च स्तरीय बाल विद्यालय भी प्रारम्भ किया गया हैं।
16.श्री हनुमान जी की मूर्ति का निर्माण:- श्री बालाजी सेवा सदन के सामने भव्य श्री बालाजी बाल उद्यान मे श्री हनुमान जी महाराज की आशीर्वाद मुद्रा में 61 फुट ऊँची एक भव्य मूर्ति का निर्माण किया गया हैं।
17.श्रीमती चमेली देवी अग्रवाल सभागार एवं बाल उद्यान - श्री बालाजी सेवा सदन एवं धर्मार्थ औषधालय के ठीक सामने एवं अंजनी माता मंदिर के पीछे 4000 वर्ग गज भूमि पर पूर्णतया वातानुकूलित श्रीमती चमेली देवी अग्रवाल सभागार का निर्माण किया गया हैं। यह सभागार, धार्मिक, मांगलिक उत्सवों व कथाओं इत्यादि हेतु सालासर धाम व आस - पास के इलाके का प्रथम सम्पूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित मल्टीपर्पज हाॅल हैं। इस सभागार को दिनांक 11 अप्रैल 2014 को एक भव्य कार्यक्रम मे जगद्गुरू श्री रामानन्दाचार्य तुलसी पीठाधीश्वर श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के करकमलो द्वारा जनमानस को समर्पित किया गया हैं।
प्रस्तावित विकास कार्य:-
1.सालासर क्षेत्र मे एक ब्ठैब् से सम्बन्धित बाहरवीं कक्षा तक की शिक्षा के लिए आधुनिक सैकेण्डरी विद्यालय का निर्माण।
2.अंजनी माता मंदिर के साथ बाईपास रोड़ पर एक भव्य उद्यान एवं कार पार्किंग का निर्माण।
3.सीवर लाईन का शेष कार्य एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य, सरकार के सहयो से करवाने की योजना।
अनुरोध:-
आप सभी भक्तगणो से सविनय प्रार्थना हैं कि सालासर धाम के चहुंमुखी विकास हेतु समिति द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों मे तन मन धन से सहयोग प्रदान करें।
आयकर मे छूट:-
समिति को प्रदान की गई समस्त दान राशि आयकर अधिनियम 1961 की धार 80ळ के अन्तर्गत कर मुक्त हैं प्रमाण पत्र संख्या:-
आ. अ. (त. एवं न्या)/जयपुर-तृतीया/2009-10/854 दिनांक 20 जुलाई 2009 अवधि 01 अप्रैल 2009 से 31 मार्च 2011 तक मान्य।
(Permanent Validity, till Cancellation, as amended by finance bill of 2009)
पंजीकृत कार्यालय
श्री बालाजी सेवा सदन एवं धर्मार्थ औषधालय
नजदीक अंजनी माता मंदिर, सालासर - 33506 (राजस्थान)
दूरभाष: 9414086550