प्रजापति (कुम्हार) जाति सम्पूर्ण भारत देश में हिन्दू धर्म में पायी जाती है। कुम्हार शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के ‘‘कुंभकार’’ शब्द से हुआ है, जिसका अर्थ है - ‘‘मिट्टी के बर्तन बनाने वाला’’। राजस्थान प्रदेश में भी कुम्हार समाज का शिक्षा, सरकारी नौकर व राजनीति सहित विभिन्न क्षैत्रों में अपना योगदान है। कुम्हार समाज की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए कुम्हार महासभा के द्वारा समय समय पर अलग अलग क्षैत्रों में विभिन्न प्रकार के आयोजन करवायें जा रहे है। इस पेज के माध्यम से कुम्हार (प्रजापति) समाज के राजनैतिक क्षैत्र में कदम रखने वाले नेताओं को राजस्थान प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर तक प्रमोट करने का उद्देश्य है। वर्तमान में राजस्थान के प्रत्येक जिले से कुम्हार (प्रजापति) समाज के निर्वाचित सरपंचों सूची जिलेवार तैयार की गई है। इसमें समाज के व्यवसायी, युवा नेता, राजनेता, सरपंच का नाम, ग्राम पंचायत का नाम, मोबाइल नम्बर, पंचायत समिति व जिले का नाम एवं सरपंच की फोटो रहेगी। वर्तमान समय में बढ़ती टेक्नोलाॅजी को ध्यान में रखते हुए इसके साथ - साथ प्रत्येक सरपंच का राजस्थानलिंक.काॅम के साथ उनका एक मिनी वेब पेज तैयार किया जायेगा। जिसमें सरपंच व ग्राम पंचायत की डिटेल रहेगी। समाज के युवाओं व हर वर्ग के लोगों का उत्थान करने वाली संस्थान कुम्हार महासभा का सहयोग करें व समाज से जुड़ी हर गतिविधि में बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए।
समाज उत्थान के लिए कुम्हार महासभा संस्था द्वारा समाज के गरीब तबके के बच्चों को गोद लेकर उनको उच्च शिक्षा दिलवाने का कार्य कर रही है। साथ के किसी भी सदस्य के साथ अन्याय होने पर प्रशासन व सरकार के खिलाफ आन्दोलन करके उसको न्याय दिलाने का कार्य भी किया जाता है। महासभा की ओर से शासन व प्रशासन में भागीदारी लेने के लिए मोटिवेट किया जाता है। राजनीति वार्ड पांच, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, प्रधान, पार्षद, चैयरमेन, विधायक, सांसद सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि पदों के लिए संघर्ष करने वाले समाज बन्दुओं को सहयोग किया जाता है।