दुलीचन्द सैनी का परिचय :
दुलीचन्द सैनी का जन्म 2 फरवरी, 1981 के दिन सांगानेर (जयपुर) निवासी श्री भंवरलाल सैनी व श्रीमती गंगा देवी के घर हुआ। इनकी प्रारम्भिक व कॉलेज शिक्षा जयपुर से ही हुई। सन् 2003 में मानसरोवर (जयपुर) निवासी श्री पोकरमल सैनी व श्रीमती मैना देवी की पुत्री ज्यानकी से शादी हुई। दुलीचन्द के अनुसार इनके माता पिता किसान वर्ग से थे जो खेती बाड़ी का काम करते थे। साथ पिताजी समाजसेवा व राजनीति से जुड़े हुये थे जिन्होने दो बार पार्षद का चूनाव भी लड़ा था जो पहली बार चूनाव हारे व दूसरी बार चूनाव जीते थे। वे समाजसेवा के कार्यो में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते थे। 21 जून, 2013 में बीमारी के चलते उनका देहान्त हो गया। जिसके बाद से घर व व्यवसाय की सम्पूर्ण जिम्मेदारी दूलीचन्द निर्वहन कर रहे हैं।
व्यवसाय :
दुलीचन्द सैनी बताते है कि वे कॉलेज शिक्षा के साथ साथ ही प्राईवेट नोकरी करना शुरू कर दिया था। पहले विभिन्न कम्पनियों में काम किया फिर फोटोग्राफी का काम शुरू किया जो आज भी डीसीएम फॉटोज, जयपुर के नाम चलता है। इसके साथ साथ सन् 2011 से जैन नसिया रोड़, सांगानेर (जयपुर) में पूनम हैडमेड पेपर फर्म का संचालन करना शुरू किया जो आज इनका मुख्य व्यवसाय है। जिसमें सम्पूर्ण कार्य आज इनकी देखरेख मे होता है।
सामाजिक कार्य :
दुलीचन्द समाज सेवा के क्षैत्र में काम कर रहे है। राम कृष्ण सेवक संघ में जयपुर में जिला संयोजक के पद पर कार्य कर रहे है। इस संघ के साथ इन्होने कोरोना काल में नीम ग्लिोय के पेड़ घर घर जाकर वितरित किये। तथा लोगो की हर सम्भव मदद करते रहते है। अनाथालय बच्चों कों शिक्षण सामग्री का वितरण भी किया। समाजसेवा को सबसे बड़ी सेवा मानकर निःस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करने में लगे हुये है। व्यवसाय के साथ साथ सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते है।
राजनीतिक क्षैत्र :
दूलीचन्द राजनीति को समाज सेवा मानते है। इनके अनुसार राजनीति क्षैत्र में जुड़कर बहुत बड़े स्तर पर समाजसेवा की जा सकती है तथा पिछड़े वर्ग की प्रतिभाओं की मदद करने उनको भी आगे लाया जा सकता है। वैसे तो इन्होने कोरोना काल से पहले किसी भी राजनीति पार्टी से नही जुड़े हुये थे परन्तु विचारधारा को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के समर्थ रहे है। पहले लॉक डाउन में राम कृष्ण संघ में जिला संयोजक के पद पर कार्य करते हुए अपने साथियों के साथ जिले में घर घर जाकर 2 लाख 50 हजार नीम व ग्लिोय के पेड़ वितरित किये। इस दौरान अधिकतर लोगों ने उनको राज्य की भाजपा और कांग्रेस सरकार से परेशान बताया और कहा कि आप अगर कोई तिसरा मोर्चा बनाते हो तो हम आपके साथ। इस बारे में अपने संघ के साथियों से चर्चा कर अगस्त 2020 में नई पार्टी के लिए चूनाव आयोग में प्रोसेस शुरू कर दी। साल 2022 में ‘‘राजस्थान राज पार्टी’’ बनाई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा, राष्ट्रीय संयोजक प्रतापसिंह राठौड़, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनीता आर्य, राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक रामधन चौधरी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी मुकेश जोशी सहित विभिन्न पदों पर नियुक्तियां कर 2023 के विधानसभा चूनाओं की तैयारियां शुरू कर दी गई है। दुलीचन्द सैनी के अनुसार 2023 राजस्थान विधानसभा चूनाव में पूरी 200 सीटों पर पार्टी अपने प्रत्याशी उतारकर चूनाव लड़ेगी। राजस्थान राज पार्टी शिक्षा, चिकित्सा को सुधारने व युवाओं को स्कील डवलपमेन्ट के लिये निःशुल्क जिले स्तर पर ट्रैनिंग देने सहित विभिन्न नवाचार के साथ कार्य करेगी।