शहीद भगवान सिंह (लांस नायक) का जीवन परिचय:
शहीद भगवान सिंह (लांस नायक) जन्म् 03 मई 1970 को राजस्थान के झुन्झुनू जिले की खेतड़ी तहसील के बंधा की ढ़ाणी ग्राम मे पिता श्री भंवर सिंह व माता श्रीमती सजना कंवर के घर हुआ। इनका विवाह हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले की महेन्द्रगढ़ तहसील के भुरजट गांव के श्री मदनसिंह तंवर (ऑनरी कैप्टन) और श्रीमती भंवर बाई की पुत्री विजेश देवी के साथ 07 मार्च 1988 को हुआ। इनके तीन संतान हुई जिनमे बड़ी संतान पुत्र कुलदीप सिंह का जन्म् 24 अगस्त 1989 को दुसरी संतान पुत्र भूपेन्द्र सिंह का जन्म 14 जुलाई 1994 को तीसरी संतान पुत्री सुप्रिया कुमारी का जन्म 10 अप्रैल 1995 को हुआ।
सेवाकाल:
परिजनो के अनुसार शहीद भगवान सिंह 17 दिसम्बर 1987 को उत्तरप्रदेश के फतेहगढ़ मे भारतीय थल सेना के 27 राजपूत रेंजमेन्ट की टुकड़ी मे सैनिक के पद पर भर्ती हुए थे। 28 जून 1999 मे कारगिल युद्ध के दौरान नुबरा वैली (सियाचिन ग्लेसियर) मे 27 राजपूत रेंजमेन्ट मे लांस नायक पद रहते हुए ऑपरेशन मेघदूत के तहत ऑपरेशन विजय कारगिल मे शहीद हो गये। इस समय शहीद भगवान सिंहन सिंह (लांस नायक) के पद पर कार्यरत थे।
शहीद स्मारक स्थल:
शहीद भगवान सिंह का शहीद स्मारक स्थल गाँव बंधा की ढाणी पोस्ट पपुरना मे बना हुआ है। स्मारक स्थल व उनकी प्रतिमा का अनावरण 19 दिसम्बर 2000 मे किया गया। श्रीमान भैरोंसिंह शेखावत पूर्व मुख्यमंत्री व वीरांगना विजेस देवी, झुन्झुनू जिले के अन्य सेना अधिकारी व सरकारी अधिकारी, परिवारजन एवं ग्रामवासी सहित आसपास के ग्रामीण व जनप्रतिनिधि उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। शहीद के नाम गंाव पपुरना मे विद्यालय संचालित है। शहीद भगवान सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पपुरना, खेतड़ी (झुन्झुनू)
मैडल व सम्मान:
सन् 1991 मे असम मे रेजीमेन्ट के द्वारा सेन्य सेवा मैडल से सम्मानित किया गया था। सन् 1992 मे जम्मू कश्मीर मे रेजीमेन्ट के द्वारा सेन्य सेवा मैडल से सम्मानित किया गया था। सन् 1995 मे जम्मू कश्मीर मे रेजीमेन्ट के द्वारा दीर्घ सेवा मैडल से सम्मानित किया गया था। सन् 2001 मे उम्मेद भवन, जोधपुर मे सेना मैडल प्राप्त हुआ।
ऑपरेशन विजय 28 जून 1999 को लांस नायक भगवान सिंह ने वर्ष 1999 के दौरान ऑपरेशन मेघदूत के हिस्से के रूप मे सियाचिन ग्लेश्यिर मे नुबा घाटी मे कारगिल युद्ध मे एक साहसी और प्रतिबद्ध सैनिक थे जिन्होने अपने कर्तव्य के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया था। उनके अदम्य साहस, अदम्य युद्ध भावना और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए उन्हे वीरता पुरस्कार ‘सेना मैडल’ दिया गया था।
शहीद की याद में कार्यक्रम:
शहीद भगवान सिंह (लांस नायक) की स्मृत्ति में खेलकुद, स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर गतिविधियाँ की जाती है। शहीद वीरागंना विजेश देवी द्धारा शहीद भगवान सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पपुरना मे हर वर्ष 15 अगस्त व 26 जनवरी को स्कूल के बच्चो की अच्छी पढ़ाई ओर बच्चो को प्रोत्साहित करने के लिए समय समय पर सहयोग करते है। जैसे डिजिटल क्लासरूम, कम्प्यूटर, स्कूल का मॉर्डिफिकेशन, पौधारोपण आदि
उपरोक्त जानकारी संग्रहणकर्त्ता:
शहीद भगवान सिंह के परिवारजन, पुत्र कुलदीप सिंह