महासभा ने समाज को एकजुट करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम हाथ में ले रखे है। जिसमें सामूहिक विवाह, सामूहिक उपनयन संस्कार, ज्योतिष कर्मकाण्ड शिविर, छात्रवृत्ति देने सहित अनेका अनेक कार्यक्रम महासभा द्वारा किये जा रहे है। जिन्हे प्रत्येक गांव, तहसील तक पहुंचाया जाये। इस पर भी चर्चा होगी। साथ ही पुरे प्रदेश में ब्राह्मणों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढे, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में राजनीतिक आरक्षण भी हो, ये सब विषय भी इस महासंगम में रखे जायेगें।
महासभा ने एक लम्बी लड़ाई ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिये लड़ी थी। उस समय भी महासभा ने लाखों लाख ब्राह्मणों की आरक्षण रैलियां आयोजित की थी और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने उस समय महासभा के मंच पर आकर समर्थन दिया था। महासभा ने लक्ष्य तय किया है कि इस बार विधानसभा चुनाव में समाज का प्रतिनिधित्व बढ़े और समाज एकजूट होकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। इस संदर्भ में पूरे प्रदेश में महासभा के पदाधिकारी छोटे-बढे सम्मेलन गांव, ढाणी स्तर पर करके एक विशेष कार्य योजना बनाकर लोगो जयपुर महासंगम में आमंत्रित कर रहे है।
महासंगम के मुख्य एजेंडे
👉 14 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग
👉 भगवान परशुराम विश्वविद्यालय की स्थापना
👉 भगवान परशुराम जी की 111 फीट प्रतिमा की स्थापना
👉 प्रत्येक जिले में गुरुकुल की स्थापना
👉 ईडब्ल्यूएस आरक्षण में हो रही विसंगतियों को दूर करना
👉 ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन के समय लगाये गये मुकदमों को वापिस लेना
👉 ब्राह्मण बालिकाओं के लिये छात्रावास की स्थापना सहित अन्य प्रस्ताव इस महासंगम में लिये जायेगें।