वर्षों तक |
सदस्य, जिला समिति |
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सरकारी सेवा, शिक्षा प्रसार अधिकारी, अधीक्षिका (शेल्टर होम) आदि पदों पर कार्य किया । |
16/01/1962 तक |
अध्यापक, कोटा बालिका विद्यालय |
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अन्य जानकारी |
जन सेवा की भावना से त्याग-पत्र । राजकीय सेवा में नलका ग्राम (बारां) को सर्वश्रेष्ठ ग्राम घोषित किया गया एवं ग्राम भांकरोटा, पंचायत समिति, सांगानेर को आदर्श ग्राम घोषित किया गया । सन् 1942 में 'भारत छोड़ो आन्दोलन' में अल्पअवस्था में ही भाग लिया और महाराजा हाई स्कूल, जयपुर में सर्वप्रथम झण्डा फहराया । महात्मा गांधी से प्रेरित होकर खादी पहनना शुरू किया । वर्ष 1942 से 1953 तक हरिजनों और महिलाओं में आदिवासी बालक एवं बालिकाओं में शिक्षा प्रसार तथा सकंल्प । विगत दस वर्षों से ग्राम सेवा विद्यापीठ, कन्यादह की प्रधान अध्यापिका के रूप में इस क्षेत्र में शिक्षा प्रसार के लिये विशेष प्रयत्नशील । |
जेल यात्रा |
मल्लापुरम (केरल) चक्का जाम आन्दोलन (कोटा), बंगला देश को मान्यता दो आन्दोलन (दिल्ली) के सम्बन्ध में गिरफ्तारी दी । |
सामाजिक कार्यकलाप |
आचार्य विनोबा भावे तथा लोकनायक जय प्रकाश नारायण के भूदान आन्दोलन में सक्रिय सर्वोदय कार्यकर्ता के रूप में भाग लिया । आदिवासियों की परिगणित जाति के सभी वर्ग के विकास के लिये प्रौढ़ शिक्षा व बाल शिक्षा एवं नि:शुल्क शिक्षा में योगदान । |
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