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Welcome Colonel Defence Academy, Kuchaman City (Nagaur)

कर्नल डिफेंस एकेडमी कुचामन सिटी और सीकर में स्थित एक पूरी तरह से आवासीय रक्षा कैरियर कोचिंग संस्थान है। सीडीए की स्थापना कर्नल नंद किशोर ढाका द्वारा की गई थी - "कर्नल का एक ही सपना हर गाँव ढाणी में अफ़सर हो अपना"।

कर्नल डिफेंस एकेडमी के बारे में
कर्नल डिफेंस एकेडमी भारत की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित और एकमात्र डिफेंस एकेडमी है जो भारतीय सेना के एक पूर्व भर्ती अधिकारी कर्नल नंद किशोर ढाका द्वारा प्रबंधित है, जिनके पास भारतीय सेना में 26 वर्षों का विशाल अनुभव है। कर्नल डिफेंस एकेडमी राजस्थान के नागौर जिले में एक बड़े शैक्षणिक हब कुचामन सिटी में स्थित है जो पिंक सिटी जयपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। सीकर में भी हमारी शाखा है जो भारत का एक और बड़ा शैक्षणिक केंद्र है। कर्नल डिफेंस एकेडमी पूरी तरह से आवासीय रक्षा कैरियर कोचिंग संस्थान है। हम अपने छात्रों को सशस्त्र बलों (वायु सेना, नौसेना, सेना, पुलिस और अर्ध सैनिक बल) में अधिकारियों और नीचे के अधिकारियों की श्रेणी में चयन के लिए आवश्यक सर्वोत्तम गुणवत्ता के साथ प्रशिक्षण प्रदान करते हैं जिसमें शारीरिक प्रशिक्षण, मानसिक प्रशिक्षण, शैक्षणिक प्रशिक्षण, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण, व्यक्तित्व प्रशिक्षण चिकित्सा प्रशिक्षण और नेतृत्व प्रशिक्षण शामिल हैं।

हम अपने छात्रों को फिजिकल ट्रेनिंग ग्राउंड, हाई टेक क्लासरूम, हाइजीनिक और पौष्टिक भोजन, चिकित्सा सुविधाओं, समृद्ध खेल के मैदानों, अच्छी तरह से स्थापित प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय के संदर्भ में सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करते हैं। सभी छात्रों को कर्नल नंद किशोर ढाका और उनकी अनुभवी और पेशेवर टीम द्वारा प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाता है। अकादमी का प्रबंधन पूरी तरह से सेना की तर्ज पर है अर्थात इसके अनुशासन, नैतिक मूल्य, दिनचर्या, प्रशिक्षण कार्यक्रम, आवधिक परीक्षण और प्रतिक्रियाएं आदि मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) के अनुसार हैं। यह हमारी टीम के समर्पण, प्रतिबद्धता और निरंतर परिश्रम का ही परिणाम है कि हर साल सैकड़ों छात्र सशस्त्र बलों में चयनित होते हैं। यह एकमात्र एकेडमी है जो NDA लिखित परीक्षा और SSB Interview के लिए हिंदी माध्यम के ग्रामीण युवाओं को भी तैयार करती है।

कर्नल डिफेंस एकेडमी ही क्यों?
कर्नल डिफेन्स एकडेमी पूर्व सेना भर्ती अधिकारी द्वारा संचालित संपूर्ण भारतवर्ष की एकमात्र डिफेन्स एकडेमी हैं।
चेयरमैन कर्नल नंदकिशोर ढ़ाका का 26 वर्षा का लम्बा सैन्य अनुभव।
कर्नल ढ़ाका खुद सिपाही से अफ़सर बने हैं, ग्रामीण युवाओं को सेना में अफसर बनाने के लिये इनसे अच्छा मार्गदर्शक ऒर कौन हो सकता हैं?
आपके लाडले की तैयारी स्वयं कर्नल ढाका, उनके डिफेंस ऑफिसर्स की टीम और हाईली क्वालिफाइड फैकल्टीज के द्वारा प्रोफेशनल तरीके से करवाई जाएगी।
हमारी वेबसाइट पर सभी वेकेंसियों की विस्तृत जानकारी और ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा।
अत्याधुनिक छात्रावास (3 बेड) सुविधा।
छात्रों को परीक्षा के उच्चतम मानकों का सामना करने के लिए परीक्षा पैटर्न के आधार पर समय-समय पर परीक्षण द्वारा तैयार किया जाता है।
आवश्यक मानदंडों के अनुसार अनुभवी सैन्य अधिकारियों द्वारा शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
सेना के चिकित्सा अधिकारियों की मदद से वैज्ञानिक तरीके से चिकित्सा फिटनेस की तैयारी।
स्पोकन इंग्लिश, कंप्यूटर एजुकेशन और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट पर निरंतर फोकस।
संपूर्ण सत्र में विभिन्न प्रकार की कॉ-करीकुलर एक्टिविटीज़ जैसे कि डिबेट, ग्रुप डिस्कशन, डिक्लेमेशन, क्विज कम्पटीशन, ग्रुप प्लानिंग का भरपूर अभ्यास।
हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में तैयारी।
सभी भर्तियों के फॉर्म एकडेमी के विशेषज्ञों द्वारा भरे जाते हैं।
व्यक्तिगत ध्यान और व्यक्तिगत संदेह समाशोधन सत्र (Doubt Clearning Session)
स्वयं कर्नल ढाका, उनके डिफेंस ऑफिसर्स की टीम और हाईली क्वालिफाइड फैकल्टीज की प्रत्यक्ष निगरानी में साप्ताहिक और डेली टाइम टेबल का शेड्यूल तैयार कर उसे कार्यान्वित करना।
विशेष रूप से तैयार अध्ययन सामग्री आत्म मूल्यांकन एवं व्यवस्थित थ्योरी नोट्स।
विभिन्न प्रकार की पुस्तकों, पत्रिकाओं, समाचार पत्रों और अन्य अध्ययन सामग्री के साथ अच्छी तरह से प्रबंधित पुस्तकालय।
अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और स्वस्थ प्रेरक वातावरण।
प्रत्येक बैच में सीमित छात्रों को रखते हुए हर छात्र पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देना।
खेल और शारीरिक प्रशिक्षण के लिए बड़ा खेल का मैदान।
आईएसओ 9001:2008 प्रमाणित अकादमी।
एकाग्रता बढ़ाने के लिए निरंतर योगाभ्यास।
संपूर्ण भारतवर्ष की एकमात्र डिफेन्स एकडेमी, जो NDA के लिए हिंदी माध्यम के ग्रामीण छात्रों को तैयार करती है।
सिलेक्शन सेंटर में सेवाएं दे चुकेउच्च अनुभवी जीटीओ, मनोवैज्ञानिकों और साक्षात्कार अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से एसएसबी इंटरव्यू की तैयारी।
CCTV कैमरों के जरिये क्लास और सेल्फ स्टडी की स्वयं कर्नल ढ़ाका द्वारा हर समय मॉनिटरिंग।

About Us

प्रिय अभिभावकों,

हर माता पिता की यह हार्दिक इच्छा होती है कि उनका लाडला जल्दी से जल्दी अपने पैरों पर खड़ा हो जाएं। आपकी इसी इच्छापूर्ति के लिए सेना ही सबसे सुनहरा विकल्प हैं। मेरा मानना है कि सेना केवल नौकरी नहीं अपितु एक सौभाग्य हैं। देश सेवा और वतन की रखवाली का यह सौभाग्य उन्ही को नसीब होता है जिनके माता पीता ने कोई पुण्य कार्य किया हो। मैं तो स्वयं एक साधारण किसान परिवार से हूँ और मैट्रिक पास करते ही सेना मे सिपाही भर्ती हुआ तो उसको ही बड़ी उपलब्धि मानता था। परन्तु सेना मे जाने के बाद मैंने वहाँ सैन्य अधिकारियों को देखो। उनकी जीवनशैली, उनका रूतबा, उनका नॉलेज और बात करने के ढंग से मैं इतना प्रभावित हुआ कि मन ही मन सैन्य अधिकारी बनने की ठान ली। स्वयंपाठी विद्यार्थी के रूप मे 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की तथा चार वर्ष तक पूरी निष्ठा और दृढ़-संकल्प के साथ कठिन परिश्रम किया एवं अंततः सैन्य अधिकारी के लिए चयन हो गया। प्रशिक्षण के बाद अच्छी सेवाएं देते हुए कर्नल रैंक तक प्रमोशन हुआ लेकिन मेरे मन मे पीड़ा थी कि मैं तो अफसर बन गया और शानदार जिंदगी का आनंद ले रहा हूँ लेकिन मेरे क्षेत्र मे तो अभी भी शिक्षा और रोजग़ार की हालत वैसी ही है जैसी मेरे समय में थी। ग्रामीण युवाओं की इसी पीड़ा की खातिर मैंने यह बीड़ा उठाया और 15 वर्ष पूर्व ही सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और जुलाई 2014 में कुचामन सिटी में कर्नल डिफेन्स एकडेमी की स्थापना की। आज सैकड़ो ग्रामीण युवाओं को हर वर्ष भारतीय सेना में चयन करवाकर जो आत्म सन्तुष्टि का अनुभव होता है उसे शब्दों में बयान करना हमारे लिए संभव नहीं हैं।

सफलता की गारन्टी का आधार –
सेना (एयरफोर्स, नेवी, आर्मी) में भर्ती होने के विभिन्न मापदंडो को मध्य नज़र रखते हुये ही अभ्यर्थी को एकडेमी में प्रवेश दिया जाता हैं। आवश्यक मापदंडो के अनुरुप ही तैयारी करवाई जाती हैं। उद्धारण के लिए शारीरिक नापतोल में अभ्यर्थी की हाइट के मामले में किसी भी प्रकार का कोम्प्रोमाईज़ नहीं किया जा सकता लेकिन सीना और वजन व्यायाम एवं खान-पान द्वारा जरुरी मापदंडो के अनुसार पूरा किया जा सकता हैं। इसी प्रकार 95 फ़ीसदी चिकित्सा संबंधी पहलुओं को फिजिकल एक्सरसाइज़, योगासन, ऑपरेशन, मेडिसिन एवं अन्य तरीकों से ठीक किया जा सकता हैं। ऐसे ही लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू एवं अन्य टेस्टो की तैयारी भी प्रोफ़ेशनल तरीक़े से कराई जाती हैं ताकि हर प्रशिक्षु कम से कम समय में अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें।

कर्नल डिफेन्स एकडेमी ही क्यों? –
कर्नल डिफेन्स एकडेमी ही संपूर्ण भारतवर्ष की एक मात्र ऎसी एकडेमी हैं जो भारतीय सेना के एक पूर्व भर्ती अधिकारी द्वारा संचालित है और ग्रामीण युवाओं को भारतीय सेना में अधिकारी बनाने के लिये प्रयासरत्त है। मेरा मानना हैं की अगर मेरे जैसा सरकारी स्कूल में पढ़कर 12वीं में महज़ 40 प्रतिशत अंक हासिल करने वाला साधारण सा युवक भारतीय सेना में कमीशंड अफ़सर बन सकता हैं तो फिर सही मार्ग दर्शन, मोटिवेशन और इंस्पिरेशन के द्वारा हर ग्रामीण युवा सेना में अधिकारी बनने की काबिलियत रखता है बशर्ते वह पुरे आत्मविश्वास, निष्ठा, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिये दिन–रात एक कर दें।

हमारा एक ही सपना हर गांव ढाणी में अफसर हो अपना…
इस मिशन स्टेटमेंट को हक़ीक़त में बदलने के लिए अच्छी तरह से सोची समझी रणनीति के तहत योजनाबद्व तरीके से ग्रामीण युवाओं को कम्युनिकेशन स्किल, जनरल अवेयरनेस और पर्सनॅलिटी डेवलपमेंट की विशेषज्ञों द्वारा विशेष तैयारी करवाई जाती हैं ताकि ग्रामीण युवा SSB Interview में सफ़लता हासिल कर सके। सैन्य अधिकारी बनने के लिए अभ्यार्थी के व्यक्तित्व में निखार लाना अत्यंत आवश्यक हैं और इसके लिए सबसे पहले व्यक्ति की सोच विकशित की जाती हैं। इसके लिए दुनिया की महान विभूतियों की जीवनी के बारे में जानकारी देते हुये उनसे जुड़े व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर मंथन किया जाता हैं। इसके अलावा अभ्यार्थियों के उठने–बैठने, बात करने के तरीक़े, डाइनिंग मैनर्स, एटिकेट और लीडरशिप क्वालिटीज़ पर विशेष ध्यान दिया जाता हैं।

कर्नल नंदकिशोर ढ़ाका
चेयरमैन, कर्नल डिफेन्स एकडेमी

कर्नल नंदकिशोर ढ़ाका के बारे में....

कर्नल नन्दकिशोर ढ़ाका का जन्म् 12 मई 1970 को मरूधरा आँचल की डीडवाना तहसील के थेबडी ग्राम मे एक साधारण तपोनिष्ठ वेदान्ती किसान नारायण जी ढ़ाका के घर हुआ आपकी माताजी पूजनीय गलकूू देवी जी सरल हृदय व भगवत् प्रेमी गृहणी है। आपका विवाह मात्र 10 वर्ष की अल्पायु मे ही आखातीज के दिन श्रीमती सुन्दर ढाका के साथ हुआ। बालक नन्दकिशोर ने किसान के घर जन्म लिया। खेत - खलियानों मे पला-बढ़ा तथा प्राथमिक शिक्षा गांव से तथा माध्यमिक शिक्षा मौलासर से प्राप्त की। आपके नानाजी स्व. रामुरामजी भाकर आजादी के समय भारतीय सेना के स्वतन्त्रता सैनानी थें तथा सेनानिवृति के पश्चात् जागीरदारी प्रथा के उन्मूलन व सामाजिक चेतना के अग्रदूत थें। आपके प्रभावशाली व्यक्तित्व, नेतृत्व क्षमता, जुझारूपन का प्रभाव बालक नन्द किशोर पर पड़ा। तथा नन्दकिशोर मे राष्ट्र भक्ति देश प्रेम हिलोरें लेने लगा, इसी सोच के साथ छात्र नन्दकिशोर ने मैट्रिक पास करते ही 07 जनवरी 1988 को भारतीय सेना मे शामिल होने का सौभाग्य मिला। सेना की बेसिक ट्रेनिंग के दौरान उंमग और जोश से लबरेज इस नवयुवक ने भारतीय सेना के अफसरों के ठाठ-बाट, उनका रूतबा, उनकी जीवन शैली, सैन्य नेतृत्व देखकर रंगरूट नन्दकिशोर ने सैन्य अधिकारी बनने की मन मे ठान ली तत्पश्चात् क्वार्टर गार्ड जैसी कठिन ड्यूटी करते हुये पूर्ण समर्पण, कठोर मेहनत व निष्ठा के साथ ACC Exam व SSB इंटरव्यू की तैयारी की तथा चार साल के अथक प्रयास के उपरान्त 1994 मे भारतीय सेना मे कमिशन प्राप्त किया। इस प्रकार सिपाही नन्दकिशोर अब 1st Class गजिटेड आॅफिसर लेफ्टिनेट नन्दकिशोर बने। वक्त ने रफ्तार पकड़ी प्रबल इच्छाशक्ति, अनुशासित, जीवन, दूरदृष्टि और उच्च नेतृत्व क्षमता के कारण समय-समय पर प्रमोशनन होते गये तथा कर्नल रैंक तक का सफर किया पर विचारों के उद्वेग और अपनी मायड़ माटी के प्रति प्रेम के कारण कर्नल ढाका के मन मे एक विचार कौंधा कि मैं कर्नल होकर इस राजसी ठाठ-बाठ जीवन जीकर क्या करूंगा जहां मेरे गांवो मे शिक्षा व सामाजिक, राजनीतिक व्यवस्था के हालात तो पहले जैसे ही है। अतः 26 वर्ष की सैन्य सेवा के बाद 02 जुलाई 2013 को कर्नल ढ़ाका ने भारतीय सेना से स्वैच्छिक सेनानिवृति ले ली। सेनानिवृती के पश्चात् पूरे राजस्थान मे बच्चों के लिए केरियर गाइडेंस सेमिनारों का आयोजन करवाया उन्हे ‘‘मोटीवेशनल लेक्चर्स’’ दिये पर इतने से मारवाड़ का यह जाट युवक कहां चुप बैठता सतारूढ़ कांग्रेस पार्टी द्वारा एक के बाद एक घोटाले, भ्रष्टाचार को देखकर कर्नल ढाका ने अब व्यवस्था परिवर्तन के लिए राजनीति मे प्रवेश किया तथा 12 नवम्बर 2013 को भारतीय जनता पार्टी की तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे के समक्ष डीडवाना से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की तथा विधानसभा व लोकसभा चुनावों मे भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाया। कर्नल ढ़ाका की सामाजिक व धार्मिक सेवा कार्यो मे जबरदस्त रूचि है। आप समय-समय पर तेजा गायनों, सामाजिक-धार्मिक आयोजनों, कवि - सम्मेलनों, खेल - कूद प्रतियोगिता करवाते रहते है तथा सामाजिक कुरीतियों, जातिवाद, अस्पृश्यता, अंधविश्वास के घोर विरोधी है। सादा जीवन उच्च विचार के धनी  कर्नल साहब सेठ छाजूरामजी की तरह अच्छे दानवीर है तथा शिक्षा व सामाजिक कार्यो मे लाखो रूपये दान दे चुके है आप गरीबो के गुलाब है। मुक्कदस किताब है, हिन्द के ख्वाब है पिछड़ों की खुशियों के पैगाम है, शोषण के विरूद्व तेजाब है तथा युवाओं के आदर्श है। आप भूतपूर्व सैनिकों व शहीदों के सम्मान मे तथा किसानों की जागृति के लिए विशाल रैलियों का आयोजन करवाते रहते है। सदा वयस्त रहना ही आपका सबसे बड़ा शौक है। कर्नल ढाका ने युवाओं को भारतीय सेना मे भर्ती करवाने के लिए शिक्षा नगरी कुचामन सीटी मे 2014 मे कर्नल डिफेंस एकेडमी की शुरूआत की जहां से सैकड़ो बच्चे प्रतिवर्ष तैयारी करके भारतीय सेना की तीनों विंग नैवी, आर्मी, एयरफोर्स जाते है तथा आपका सपना भारतीय सेना को कई सैन्य अधिकारी देने का है। जिसके लिए आप NDA व SSB इंटरव्यू की तैयारियां करवाते है। आपकी प्रेरणा से आपके कार्यकाल के दौरान जवानों को सैन्य अधिकारी बनाने के लिये प्रशिक्षण दिया जिसके फलस्वरूप नौ जवान भारतीय सेना के अफसर बने। वर्ष 2017 मे आपने कर्नल सांइन्स स्कूल की स्थापना की जहां से छात्र प्रतिवर्ष गुणवता पूर्ण शिक्षा प्राप्त कर नई ऊचाईयों को छूयेगें। आपके एक पुत्र नवलकिशोर ढ़ाका है। जिनका हाल ही मे भारतीय सेना मे लेफ्टिनेंट के लिए चयन हुआ है तथा आपकी सुपुत्री नैना ढ़ाका ने 11वीं कक्षा उर्तीण की है। और इण्डिया बेडमिन्टन मे शामिल है जिन्होनें विदेशी धरती पर भी हिन्दुस्तान का प्रचम लहराया। कर्नल ढ़ाका पूर्व सैनिक होने के नाते एक ईमानदार, शिक्षित, मेहनीत, व्यवहार कुशल, मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैं। आपने वर्ष 2011 मे सिविल मिलिट्री लाइजन काॅन्फ्रेंस का आयोजन करवाया जिसमे प्रदेश की नामचीन हस्तियों के साथ राजस्थान के तत्कालीन माननीय मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि थे। आपके जज्बातों को देखकर कुछ प्राण वाण पक्तियां लिख रहा हूँ। ‘‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है देखना है जोर कितना बाजुऐं कातिल मे है’’ कुछ कर गुजरने का जज्बा नेक दिल मे हैं। तेरी हिम्मत की चर्चा गैरों की महफिल मे है। वक्त आने पर बता देगें ऐ आसमां अभी भी हम क्या बताऐं क्या हमारे दिल मे हैं।

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Address : Colonel Defence Academy, Mega Highway Bypass Road, Opposite Transport Nagar, Kuchaman City, (Dist. Nagaur) - Rajasthan 341508

Email ID : nanddhaka@yahoo.com

Website : www.coloneldefenceacademy.in

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Address : Colonel Defence Academy, Bhadhadhar Rd, Nya Baas, Sikar (Rajasthan) 332315.

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