संत श्री चतुरदासजी महाराज मन्दिर विकास समिति बुटाटी धाम
-ः मन्दिर समिति द्वारा निःषुल्क व सहषुल्क दी जीने वाली सुविधाऐ:-
1. यात्रियों को खाने - पीने हेतु राषन सामग्री निःषुल्क दी जाती है।
2. यात्रियों के ठहरने हेतु कमरा, बरामदा व हॉल इत्यादि निःषुल्क सुविधा है।
3. यात्रियों को ओढ़ने - बिछाने हेतु बिस्तर निःषुल्क दिया जाता है।
4. यात्रियों को खाना पकाने के लिए बर्तन निःषुल्क दिये जाते है।
5. जो मरीज चल फिर नही सकते उनके लिए व्हील चैयर व स्ट्रेचर सुविधा भी निःषुल्क दी जाती है।
6. मन्दिर परिसर में सुलभ शौचालय की सुविधा है, जो सहषुल्क है।
- स्पेषल स्नान $ लेटरिन = 5/- रूपये
- केवल स्नान = 3/- रूपये
- केवल लेटरिन = 2/- रूपये
संत श्री चतुरदासजी महाराज मन्दिर विकास समिति - बुटाटी धाम
-: मन्दिर में ठहरने पर मन्दिर के नियमों का पालन करना होगा :-
1. यात्री अपना पहचान पत्र, राषन कार्ड, आधार कार्ड व मोबाईल साथ रखें।
2. मन्दिर परिसर में अकेला यात्री रूकना सख्त मना है।
3. मन्दिर में ठहरने हेतु अपने मरीज को साथ लेजाकर ‘‘प्रबंधक कार्यालय’’ में पंजीयन (रजिस्ट्रेषन) अवष्य करावे। मन्दिर के बाहर रहने वाले पंजनीयन नही करावें।
4. पेषाब व शौच (लेटरिन) आदि खुले में नहीं करें।
5. मन्दिर सम्पत्ति आपकी है। इसके साथ तोड़ - फोड़ नहीं करें।
6. मन्दिर परिसर में प्लास्टिक थैलियों का प्रयोन नहीं करें।
7. पान गुटखा, बिड़ी, सिगरेट, शराब एवं मासाहार पदार्थो का सेवन पूर्णरूप समेे वर्जित है।
8. आवारा पशुओं व कुत्तों को प्रसाद नहीं खिलावें।
9. निःषुल्क दिये जीने वाले बिस्तर व बर्तनों को साफ सुथरा रखें।
10. अपने मरीज को अकेला छोड़कर कही घूमने नहीं जावें।
11. पानी पीने की प्याऊ पर बर्तन व कपड़ा नहीं धोवे।
12. राषन सामग्री जरूरत के हिसाब समेे ही लेवे।
13. मांगने वालों व भिखारियों को खाने पीने की चीजें व रूप्ये नहीं देवे।
14. मन्दिर परिसर में वाहन लेकर नहीं आवे, वाहन अन्दर खड़ा करना मना है।
15. मन्दिर परिसर में बने शौचालय का ही प्रयोग करें।
16. दानदाता दान केवल दान पेटी में ही डालें अथवा प्रबंधक कार्यालय में जमा करवाकर रसीद अवष्य लेवें।
17. मन्दिर परिसर गेट बन्द होने का समय रात्रि 10 बजे व सुबह खुलने का समय सुबह 5 बजे का है।
18. रात्रि 10 बजे के बाद व सुबह के 5 बजे से पहले कोई गेट के पास नहीं जावें।
19. मन्दिर परिसर में तहमल, लूँगी व टॉवल लगाकर घुमना शख्त मना है।
20. अण्डरवियर में स्नान नहीं करें कृपया तोलिया लपेटकर स्नान करें।
21. कृपया जरूरत होने पर ही पंखा, बल्ब व ट्यूब लाइट चालू करें।
22. ‘‘जल ही जीवन है’’ पानी का सही उपयोग करें।
23. अनजान व्यक्तियों का विष्वास व पूछताछ नहीं करें।
24. किसी भी समस्या व समाधान हेतु पूछताछ केन्द्र पर सम्पर्क करें।
25. मन्दिर के नियमानुसार मरीज मरीज सहित चार व्यक्ति मन्दिर में ठहर सकते है, ज्यादा नहीं।
26. आरती होने का समय सूर्यास्त व सुर्योदय का है।
27. कृपया रजाइयाँ बिछाकर नहीं बैठे, सिर्फ ओढ़ने में ही उपयोग करें।
28. रवाना होने समेे पहले कमरा सफाई कर के मन्दिर समेे लिये बर्तन व बिस्तर जमा करवाकर जावें।