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4 मई से 26 जून तक 54 दिनों में 54 हजार पौधे लगाकर तरूणसागर महाराज का 54 वां अवतरण दिवस मनाया जायेगा।

नेछवा (पप्पुलाल शर्मा) - देश व दुनिया में अपने कड़वे प्रवचनों के महशुर रहे समाधिस्थ क्रांतिकारी राष्ट्रसंत तरूणसागर महाराज का आगामी 26 जून को 54वां अवतरण दिवस है। जिसे तरूण क्रांति मंच गुरू परिवार पुरे भारतवर्ष में 4 मई से 26 जून तक 54 दिन का मनाना तय किया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान लगातार ऑक्सीजन की कमी सामने आ रही है। भविष्य में इस प्रकार की कमी बीमारी दुबारा ना फैले इसी उदेश्य को लेकर क्रांतिकारी राष्ट्रीय संत तरूण सागर के ५४वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर 54 दिवसीय हरित क्रांति अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत 54 हजार पौधे लगाये जायेगें।  गणाचार्य पुष्पदंत सागर द्वारा दीक्षा प्राप्त उनके एकमात्र शिष्य क्षु. पर्वसागर की प्रेरणा से इस आयोजन को प्रकृति सेवा व पर्यावरण संरक्षण और कोरोना संकट निवारण प्रार्थना के तहत 54 दिवसीय "हरित क्रांति अभियान" 54 दिन में 54,000 पौधे लगाकर पूरा देश  में  54 दिन "तरुणोत्सव-पर्व" मनाया जाएगा। मंगलवार  को अभियान का मुख्य शुभारम्भ पुष्पदंत सागर  महाराज के  आशीर्वाद के साथ किया गया। अभियान का शुभारंभ प्रथम पौधा सालासर बालाजी गौशाला में गौशाला अध्यक्ष रविशंकर पुजारी द्वारा रोपण व तत्पश्चात आजनेय योग सन्यास आश्रम धाननी गांव में स्वामी गोविंदानंद गिरी महाराज स्वामी, डॉ सतीश शर्मा, रामपाल पारीक, पी.एल. इंदौरिया के साथ ही शुभारम्भ पर पूरे देश में 2021 नीम के पौधे गुरुपरिवार द्वारा लगाए जायेगें।  कार्यकर्ताओं द्वारा मंगलवार को प्रथम नीम का पौधा लगाया गया।  प्रियंक जैन ने नीम का पौधा लगाने का कारण बताते हुए बताया कि  बताया कि गुरुदेव तरुणसागर ने व्यक्ति, परिवार, समाज व रिश्ते में आई कड़वाहट को दूर करने के लिए कड़वे प्रवचन दिए। आज देश में कोरोना महामारी जैसी विशाल कड़वाहट है और नीम भी कड़वा होता है। कड़वाहट को कड़वाहट ही काट सकती है। इसलिए अभियान की शुरुआत नीम का पौधा लगाकर की गई।  बुधवार को ख्वाहिश एजुकेशन फाउंडेशन (एनजीओ) सीकर में वृक्षारोपण किया जाएगा। इस अभियान में समता बहू मंडल और  सीकर की कई संस्थाएं शामिल होगी।

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