मंगलचंद चौधरी का परिचय
उद्यमी मंगलचन्द चौधरी का जन्म राजस्थान प्रान्त के चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बे में श्री रामकुमार चौधरी व श्रीमती मांगी देवी के घर एक साधारण मध्ययम वर्गीय परिवार में 11 अगस्त, 1953 को जन्म लिया। बचपन और स्कूली शिक्षा सुजानगढ़ में ही पूरी हुई। सन् 1971-72 में जीएचएस कॉलेज, सुजानगढ़ से ग्रेजुएशन किया। इनका विवाह श्रीमती रूकम देवी के साथ 8 मई, 1973 को हुआ। आपके तीन पुत्रियां है।
कॅरियर का सफर
पहले छोटी - मोटी नौकरियाँ की। फिर सन् 1973 में पुणे जाकर एक प्राइवेट कंपनी में क्लर्क के तौर पर करियर शुरू किया और लगन और ईमानदारी से ऑफिसर के पद तक पहुँचे। उद्यमी बनने की इच्छा के कारण पद से इस्तीफा दे दिया। सन् 1979 में अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया। शुरुआती संघर्षों के बावजूद, इसे सफलतापूर्वक स्थापित किया।
सामुदायिक और सामाजिक सेवा
👉 सन् 2000 से अपने सामुदायिक संगठन के संस्थापक सदस्य और सचिव के रूप में सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय।
👉 सन् 2008 में पुणे जाट समाज के अध्यक्ष नियुक्त हुए।
👉 शिक्षा के क्षेत्र में खासकर लड़कियों की शिक्षा के लिए ज़ोरदार वकालत की और छात्रों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
👉 उनका मानना है कि सामाजिक ज़िम्मेदारी पेशेवर सफलता के साथ-साथ चलनी चाहिए।
राजस्थानी संस्कृति का प्रचार
बचपन से ही राजस्थानी कला, साहित्य और संस्कृति के प्रति गहरा लगाव रहा है। सन् 2010 में पुणे में सांस्कृतिक कार्यक्रम “घूमर” का आयोजन किया, जिसकी व्यापक रूप से सराहना हुई। सन् 2012 में पुणे में सात दिवसीय राजस्थान महोत्सव की आयोजन समिति का नेतृत्व किया।
मुख्य आकर्षण
👉 लोक नृत्य और संगीत
👉 महिला दिवस (तीज और त्योहारों का उत्सव)
👉 युवा दिवस और सांस्कृतिक दिवस (वीणा संगीत)
👉 भजन संध्या
👉 राजस्थानी कविता सम्मेलन
👉 गाँव की शैली में चौपाल
👉 राजस्थानी सिनेमा स्क्रीनिंग
👉 हथकरघा प्रदर्शनी और प्रामाणिक व्यंजनों का प्रदर्शन
महोत्सव स्मारिका “स्वर्णिम राजस्थान” का विमोचन केंद्रीय मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने किया।
नेतृत्व भूमिकाएँ और पहचान
👉 सन् 2015 में अखिल भारतीय जाट महासभा, महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष नियुक्त।
👉 राज्य स्तरीय संगठन को मज़बूत किया।
👉 शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा पहलों पर ध्यान केंद्रित किया।
👉 विभिन्न सामाजिक समूहों से कई सम्मान और सराहना मिली।
👉 कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मज़दूरों और छोटे व्यवसाय मालिकों को राशन, आश्रय और दवाएँ उपलब्ध कराकर पूरा समर्थन दिया।
👉 राजस्थान फाउंडेशन, जयपुर और महाराष्ट्र सरकार के साथ सहयोग किया।
👉 राज्य के अधिकारियों से सराहना मिली। शुरुआत से ही सुजानगढ़ में सूक्ष्म आरोग्य केंद्र (250-बेड का अस्पताल) के निर्माण में सक्रिय रूप से योगदान दिया।
वर्तमान जिम्मेदारी -
सन् 2025 राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा राजस्थान फाउंडेशन - पुणे चैप्टर के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। अब प्रवासियों को एकजुट करने और राजस्थान के सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास में योगदान देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए बढ़ी हुई जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।