सालासर - सिद्धपीठ सालासर धाम मे चमड़िया ग्रुप पुणे द्वारा सृजन सेवा सदन में सोमवार को नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया । बालाजी मंदिर से कथा स्थल तक 108 भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें सैकड़ों महिला और पुरुष उपस्थित रहे । आयोजन समिति के अध्यक्ष विष्णु चमड़िया ओमप्रकाश चमड़ियां, पवन चमड़ियां राजकुमार चमड़ियां आदि ने कथावाचक स्वामी श्रवणानन्द सरस्वती महाराज को माल्यार्पण कर स्वागत किया। कथा के पहले दिन कथावाचक ने सबसे पहले कथा में सबसे पहले श्रीराम स्तुति का गायन किया।मनुष्य को हमेशा अच्छा कर्म करना चाहिए।

कथावाचक ने “राम कृपा नासहिं सब रोगा” दोहा के माध्यम से कहा कि भगवान नाम में इतना बल है की कोई रोग आयेगा नही । एकांत में बैठकर भगवान नाम लें और चिंतन यह करें की सारा का सारा संसार स्वस्थ हो ।
श्रीरामचरितमानस तुलसीदासजी की रचना है। इस ग्रन्थ के सप्त काण्ड परमात्मा तक पहुँचने के सप्त सोपान हैं।
कथा में यदि कुछ देने का मन है तो अपने समय का दान दो, एकाग्र मन दो। हमारे मन को स्वच्छ करने हेतु कथा श्रवण से शीघ्र और सुलभ कोई साधन नहीं है।
‘प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया’
हनुमानजी महाराज राम कथा सुनने के रसिया हैं। जहाँ भी भगवान की कथा का गान होता है हनुमानजी वहाँ कथा का रसपान करने उपस्थित होते ही हैं।

इस दौरान राजकुमार चमडिया, शशिकांत चमड़िया,पवन चमडिया, लक्ष्मीकांत चमडिया,नरेश जालान, श्याम सुन्दर शर्मा,प्रकाश शर्मा, व्यवसायी रामस्वरूप सोमानी, ललित भूत, अनिल मिश्रा,श्याम सुन्दर खाटूवाला, श्रीमती विनीता पुजारी, पुरषोत्तम मिश्रा, राजकुमार खीरवेवाला, रतनलाल चिराणिया,विमल चिराणिया, लक्ष्मीकांत चुडीवाला,अरुण सेन सहित श्रद्धालु भक्त बड़ी संख्या में मौजूद रहे।