सालासर (राजस्थानलिंक.कॉम) - सालासर के श्री आर.एन. स्कूल के निदेशक डॉ. लादूसिंह राव ने अपने पुत्र की शादी बिना दहेज करके युवाओं की प्रेरणा के लिए एक मिशाल पेश की है। सीकर जिले के सुतोद गांव में शुक्रवार रात्रि को सुतोद सरपंच रणजीतसिंह की पुत्री प्रिया के साथ उनके पुत्र दिव्यांशु की शादी सम्पन्न हुइर्, जिसमें शिक्षक पिता ने सगुन में एक रूपया व नारियल लिया। दूल्हे के दादा रामनारायण राव व ताऊ प्रधानाचार्य महावीर प्रसाद ने कहा दहेज एक कुप्रथा है हम दहेज प्रथा के खिलाफ है इसलिए हम हमारे पुत्र की शादी में दहेज नही लेकर युवाओं को इस बारे में प्ररेणा दे रहे है। उन्होने कहा कि सबसे बड़ा दहेज दूल्हन ही है। डॉ. लादूसिंह राव ने कहा हम सालासर क्षेत्र में आर.एन. शिक्षण संस्थान के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा देने का काम कर रहे है। नारी का शिक्षित व संस्कारी होना बहुत जरूरी है। क्योंकि वह दो परिवारों को जोड़ती है। शिक्षा से भविष्य व संस्कार से परिवार का भविष्य उज्ज्वल होता है। इसलिए लड़कियों को दहेज जरूरी नही उनकी शिक्षा व संस्कार जरूरी है। हम दहेज लेने व देने दोनों के खिलाफ है। इस बारे में युवाओं को प्रेरित करने का काम किया है। सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से भी इस बारे में युवाओं में जागृति पैदा करने का काम कर रहे है व करते रहेंगे। ‘‘दहेज एक अभिशाप है - इसे समाज से मिटाना हमारा प्रतिज्ञापत्र है।’’

इस अवसर बेगाराम ढ़ाका, केसरदेव गैणा, जीताराम ढ़ाका, हरिप्रसाद झुरिया, सुरेश चौधरी, एडवोकेट राजेन्द्र नेहरा, मोहन प्रजापत, प्रकाश ढ़ाका, रामलाल फगेड़िया, शिवप्रसाद शर्मा, प्रहलाद प्रजापत, मुलचन्द, नाथूराम ढ़ाका, जयपाल ढ़ाका, महेन्द्र, सुरेन्द्र, भरत सैन, मुकेश सामोता, सुधांश राव, सहित वर वधु पक्ष के परिजन उपस्थित रहे।