सालासर - जयपुर मे शहीद स्मारक (एमआई रोड़ पर गवर्नमेंट हाॅस्टल) पर 24 अगस्त 2025 को पूर्व सैनिका ने अपने हितो के लिए आंदोलन शुरू किया। सैनिक प्रकोष्ठ के रतनलाल ढाका नौरंगसर ने बताया कि सैनिक का त्याग, पराक्रम और बलिदान इस देश की सबसे बड़ी पूँजी है। हमने हमेशा हर समस्या और अपने हक की आवाज को मजबूती से उठाया है। आज भी हमारा संकल्प अटूट है। सैनिकों के सम्मान और अधिकार की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ी जाएगी।
पूर्व सैनिको ने बताया कि सरकार सैनिको के हक का फायदा नही दे रही है। इस लिए पूर्व सैनिको ने विभिन्न मांग है - सैनिकों की पुनर्वास योजना 1988 में संशोधन करके अलग से एक मेरिट बनाई जाये। बीएसटीसी के समकक्ष यूईआई व एनसीओ कोड को मान्याता प्रदान की जाये। वन रक्षक भर्ती मे शारीरिक दक्षता मे विशेष छूट दी जाये। हर वर्ग की तरह सरकारी नौकरियों मे पूर्व सैनिको को दोहरा लाभ दिया जाये। न्यूनतम अंको की बाध्यता का पूर्णतः हटाया जाये। राज्य सरकार मे पूर्व सैनिको की पेंशन की आयु सीमा 25 वर्ष की बाध्यता को समाप्त किया जाये। राजनैतिक पदों मे पांच प्रतिशत पद आरक्षित किए जाये। और पूर्व सैनिको व परिवारजनों के साथ हो रहे अमानवीय घटनाओं के लिए अलग से सैनिकों का कानून बनाया जाये। सहित अनेक मांगो को लेकर 24 अगस्त को चूरू जिले के सुजानगढ व बीदासर के पूर्व सैनिको ने अपनी आवाज उठायी। इस दौरान पूर्व सैनिक शंकरलाल, भंवरलाल ढाका, नेमाराम, इन्द्र जाखड़, ओमप्रकाश खिलेरी, रघुवीर सिंह ढाका, विजय सिंह राठौड़, सुरेश कुमार कानाराम थालौड़, कैप्टन रामदेवाराम, रामचन्द्र ढाका, आलम अली, अहमद खान, सोकत खान, कुनणाराम सहित सुजानगढ व बीदासर क्षैत्र के पूर्व सैनिक मौजूद रहे।