सालासर - कस्बे के गुरुधाम में मंगलवार को दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष संगोष्ठी में वेद वेदांग, अध्यात्म विषयों पर संगोष्ठी आयोजन का कार्यक्रम किया गया। संस्थान के अध्यक्ष अध्यात्म गुरु डॉ. नरोत्तम पुजारी ने बताया कि ज्योतिष वेदों के चक्षु है इसके ज्ञान विज्ञान से ब्रह्मांड व जातकों के भविष्य की सटीक भविष्य वाणी की जा सकती है। ज्योतिष साधना का विषय है। गुरु के आशीर्वाद बिना व्यवहारिक शिक्षा का अधूरा ज्ञान ही रहता है। सनातन शिक्षा ज्ञान के लिए प्राचीन गुरुकुलों जैसी शिक्षा प्रणाली सर्वोत्तम थी। कार्यक्रम मे सनातन धर्म संस्कृति व संस्कृत पर विद्वानों ने व्याख्यान दिए। इस मौके पर डॉ. भरत महाराज कोटा, पंडित सुरेश गौड सुमेरपुर, आचार्य पंडित ताराचंद शास्त्री सवाई माधोपुर, आचार्य पंडित ओपी शास्त्री जयपुर, आचार्य सुरेश शर्मा दिल्ली, पंडित हेमेंद्र पारीक सालासर, पूजा पारीक सालासर, बजरंग लाल शर्मा जयपुर अन्य विद्वानों को डॉ.नरोत्तम पुजारी व गुरुमाता ज्योति पुजारी, छोटा गुरू प्रीतम पुजारी ने दुपट्टा औढाकर व सालासर बालाजी के चित्र का चिन्ह सहित वेदांग शिरोमणि सम्मान पत्र से सम्मानित किया।